चुनौतियां
भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था और जनसंख्या के विकास में कई चुनौतियाँ हैं। ग्रामीण परिवारोंमें, कई जगह पर बच्चे १२, १४ साल की उम्र में पाठ्यशाला छोड़कर अपने परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए छोटे मोटे काम करने पर मजबूर होते है। कभी कभी छोटे गावोमे प्रशिक्षण केंद्र उपलब्ध न होने पर चाहकर भी वो कोई कौशल प्राप्त नहीं कर सकते। कभी कभी पारिवारिक दायित्व, वित्तीय कठिनाई और संसाधन की कमी, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में भाग लेने में बाधा उत्पन्न करती है।